बाराबंकी, आजमी रिजवी - जैदपुर बाराबंकी जैदपुर कस्बे में बंदरों का आतंक दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है इन आतंकी बंदरो से जैदपुर की जनता परेशान हो रही है वही प्रशासन इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा नगर वासियों ने इन बंदरो से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी से बंदर पकड़ाए जाने की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक जैदपुर कस्बे के मोहल्ला बड़ी बाजार निवासी खालिक पुत्र हाफिज तौफीक अपनी छत पर किसी काम से गया था इसी दौरान अचानक बंदर ने उन पर हमला कर दिया और दोनों हाथों से गर्दन पकड़ ली चीख पुकार सुन कर उनका भाई आ गया और डंडा लेकर दौड़ा तब जाकर खालिक की जान बची इसी तरह से जैदपुर कस्बे के सभी मोहल्लों में बंदरों का आतंक है I आए दिन बंदरों के हमले से बच्चे नौजवान घायल हो रहे हैं और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। जबकि कस्बे में इन दिनों बंदरो का आतंक चरम सीमा पर पहुँच चुका है जिसकी जिन्दामिसाल यहाँ के मकानों की टूटी दीवारे, रेलिंगे, डिश एंटीना,आदि को देखने के बाद लगाया जा सकता है। इतना ही नहीं जब ये झुण्ड के झुण्ड में इकट्ठा होते है तो मकानों की छतो पर फैले कपड़ो सहित अन्य सामान उठा ले जाते है वही राह चलते लोगो पर आक्रमण करना भी इनका रोज का काम है अपने शरीर पर बने खरॊच का निशाँन दिखाते हुए एक व्यक्ति ने बताया की मै सड़क पार कर रहा था की एक बन्दर आया और जोर से पंजा मारकर भाग गया जबकि मैंने कोई गलती भी नहीं की थी ऐसे ही ना जाने कितने राहगीर अब तक इन बंदरो का शिकार हो चुके है। कुछ माह पूर्व वन विभाग की ओर से आई टीम भी बस खानापूर्ति कर चली गई थी और एक भी बंदर को नही पकड़ सकी थी।

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