फतेहपुर, शमशाद खान । प्रदेश की सत्ता सम्भालते ही योगी आदित्य नाथ ने प्रदेश के सभी जनपदों के मार्गों को गढ्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था जिसके बाद विभागीय अधिकारियों ने निर्देशों का पालन करते हुए औपचारिकता पूरी की जिसमे गढ्ढे तो कुछ दिन के लिए गढ्ढा मुक्त हो गये लेकिन हल्की बारिश के बाद मार्ग पुनः दलदल मे तब्दील हो गये और बड़े-बड़े गढ्ढों मे आये दिन वाहन फंस जाने से घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है जो मुख्यमंत्री के गढ्ढा मुक्त अभियान को मुंह चिढा रहे हैं।
बताते चले कि शहर के बांदा सागर राष्ट्रीय राजमार्ग मे जहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या मे ट्रक समेत छोटे वाहन गुजरते हैं लेकिन इस मार्ग की दशा इतनी दयनीय है कि इसमे से गुजरने वाले वाहन बड़े-बड़े गढ्ढों मे फंस जाते हैं जिससे निकलना मुश्किल हो जाता है ट्रकों को निकालने के लिए जेसीबी मशीन का भी इस्तेमाल करना पड़ता है। नउवा बाग से राधानगर तक बांदा सागर मार्ग पूरी तरह से दलदल मे तब्दील हो गयी है। कुछ ही दिन पूर्व ही सीएम व डिप्टी सीएम के निर्देश पर गढ्ढायुक्त मार्गों को गढ्ढामुक्त करने का अभियान चलाया गया था लेकिन पीडब्लूडी समेत अन्य विभागीय अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते मार्गों को गढ्ढामुक्त तो किया गया था लेकिन बीते दिनों हुयी बारिश से गढ्ढामुक्त मार्ग पुनः एक बार फिर बड़े-बड़े गढ्ढों मे तब्दील हो गयी या फिर यह कहा जाये कि राष्ट्रीय राजमार्ग जहां से हजारों वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं वह दलदल मे तब्दील हो गया है तो यह कहना गलत नही होगा। बड़े-बड़े गढ्ढों के चलते गुजरने वाले ट्रक इन गढ्ढों मे बुरी तरह से फंस जाते है जिनको निकालना मुश्किल हो जाता है जिसके चलते जाम की स्थिति पूरे दिन बनी रहती है और ट्रकों की कतार लम्बी-लम्बी दोनों तरफ से लग जाती है जिससे शहर वासियों को अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
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