फतेहपुर, शमशाद खान । असोथर विकास खण्ड की देवलान गौशाला में व्याप्त अव्यवस्था के कारण प्रतिदिन काल के गाल में समा रहे गौवंशों पर चिन्ता जाहिर करते हुए मंगलवार को मानवाधिकार एवं उपभोक्ता फोरम नई दिल्ली की जिला इकाई के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। जिसमें बेजुबानों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाये जाने की मांग की गयी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गये ज्ञापन में जिला इकाई के पदाधिकारियों ने बताया कि आठ मई को प्रातः 10.30 बजे से अपरान्ह 1.30 बजे तक असोथर विकास खण्ड की देवलान स्थित गौशाला का निरीक्षण किया गया था। जिसमें गायों की दुर्दशा इस भयंकर चिलचिलाती हुयी धूप में देखते ही बन रही थी। बताया कि स्थिति यह है कि नियुक्ति कोई भी कर्मचारी समय से न पहुंचकर गांयों को भूख व प्यास से मरने के लिए मजबूर कर रहे हैं। बताया कि प्रतिदिन तीन-चार गाय मौके पर मरी हुयी पायी जा रही हैं। जिन्हें दफनाये जाने के लिए पहले से ही जेसीबी से पचासों गड्ढे भी खुदवाये गये हैं। इस समस्या की बाबत समाचार पत्रों से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर दिया। जिससे जनपद के समस्त अधिकारी कर्मचारी हरकत में आने के लिए मजबूर हो रहे हैं। लेकिन बेजुबान गाय माता की जान बचाने के लिए सक्रिय भूमिका अदा करने से सभी पल्लू झाड़ते नजर आ रहे हैं। कहा कि एडीओ पंचायत व बीडीओ असोथर फोन पर भी वार्ता करना उचित नहीं समझते। मौके पर गन्दगी का अम्बार लगा हुआ था। रज्जन व भइयादीन आदि सम्बन्धित सफाई कर्मियों द्वारा बजबरन सफाई के लिए बिना किसी मजदूरी भुगतान के गौशाला में सफाई की जिम्मेदारी दी गयी है। जिसका समय से निर्वहन भी ईमानदारी से नहीं किया जा रहा है। बीहड़ यमुना की तलहटी में बनी गौशाला देवलान मात्र मजाक बनकर रह गयी है। जिला इकाई ने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी से आहवान किया कि बेजुबानों की रक्षा के लिए कड़े आवश्यक कदम उठाये जायें। इस मौके पर जिलाध्यक्ष श्रीराम अग्निहोत्री, श्रवण कुमार तिवारी, पूजा सिंह, राम जी, राकेश सविता आदि मौजूद रहे।
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