कानपुर नगर, हरिओम गुप्ता - बीते सोमवार की शाम मौसम ने करवट ली और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश भी हुई। सोमवार की रात को तापमान गिरा और शहरवासियों को भीषण गर्मी में कुछ राहत मिली। माना जा रहा था कि बारिश व आंधी के बाद दिन के तापमान में भी गिरावट आयेगी लेकिन ऐसा नही हुआ और कल मंगलवार को खुले आमसान में एक बार फिर सूरज आग बरसाने लगा।
इस वर्ष गर्मी ने पिछले कई सालों की गर्मी के रिकार्ड तोडे। तेज चिलचिलाती धूप और लगातार बढते तापमान में शहरी बेहाल हो गये है। आलम यह कि लोग दूप में निकलने से कतराते है। सडकों पर सन्नाटा पसरा रहात है। लोग घर के अंदर घुटन महसूस कर रहे है। तेज तपन व घर के अंदर उमस से लोग उल्टी, दस्त, डिहाइड्रेशन, फीवर सहित हीट स्ट्रोक की चपेट में आ रहे हे। अस्पतालेां में बढती मरीजों की भीड के चलते चिकित्सक भी सक्रिय दिख रहे है। जिला अस्पताल की ओपीड में इस समय लगभग 1 हजार मरीज रोज पहुंच रहे है, जिनमें उल्टी, दस्त, डिहाइड्रेशन व हीट स्ट्रोक के मरीज ज्यादा है। गर्मी में बचाओं को लेकर सजग डाक्टर भी लोगों को सलाह दे रहे है। डाक्टरो का कहा है कि तेज धूप में त्वचा झुलस जाती है औरज्यादा धूप में रहने से त्वचा की बीमारी होती है, जिसे नजरअंदाज करना खतनाक हो सकता है। बताया घर से निकलते समय सूती कपडा से चेहरे व हाथों को ढककर रखे तथा पानी पीकर निकले। खुजली या लाल दाने होने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें, हीट स्ट्रोक के लक्षणव उससे बचाव के लिए बताया कि गर्म, लाल, शुष्क त्वचा का होना, पसीना न आना, तेज पल्स, तेजी से सांस लेना, व्यवहार में परिवर्तन, भ्रम की स्थिति, सिरदर्द, थकान, कमजोरी, पोशाब की कमी यह सभी हीट स्ट्रोक के लक्षण होते है। डाक्टरो ने कहा कि हर घर में ओआरएस होना चाहिये और दस्त सा उल्टी होने पर बिना समय गवायंे मरीज को ज्यादा से ज्यादा ओआरएम का घोल पिलाये और तत्काल चिकित्सक को दिखाये।
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