फतेहपुर, शमशाद खान । कृषि विभाग के तत्वाधान नेशनल मिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेेंशन एण्ड टेक्नालजी योजनान्तर्गत प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति द्वारा जनपद के 52 किसानों को अन्तर्राज्जीय भ्रमण के तहत गोबिन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वद्यिालय पन्तनगर के फार्म भ्रमण एवं प्रशिक्षण/अध्यन हेतु भेजा गया किसानों को 20 एवं 21 जून को पन्तनगर में प्रशिक्षण एवं भ्रमण का अवसर मिलेगा।
किसानो के भ्रमण दल को जिलाधिकारी मदनपाल आर्या ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना करते हुये कहा कि गोबिन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पन्तनगर में विभिन्न फसलो के जनक व आधारीय बीज तैयार किये जाते है। किसान भी बीच उत्पान की तकनीक लेकर फसल उत्पादन मे बृद्धि के साथ ही खुद का बीज तैयार कर सकते है और वहा किसानों को पशुपालन तथा दुग्ध उत्पादन तकनीक एव जैविक खेती तथा औषधीय व पुष्प उत्पादन व एकीकृत कृषि फार्मिग की भी विशेष जानकारी मिलेगी। जिससे किसान खेती पशुपालन, बागवानी एवं अन्य खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित कर अपनी आय में वृद्धि कर सकता है। इसीलिये यह भ्रमण किसानो के लिये उपयोगी साबित होगा। उपकृषि निदेशक जीसी कटियार ने कहा कि बदलते परिवेश में किसानों को खेती को व्यावसायिक बनाने की सोच बनानी चाहियें। इसके लिये जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुये खेती करे वर्षा जल संरक्षण के लिये भी प्रत्येक किसान को पहल करनी चाहियें अपने खेत में मेड बनाये तथा छोटा तालाब भी बनाये जिससे खेतो का वर्षा जल इकटठा हो इससे जहा खेती में नमी ज्यादा दिन तक रहेगी वही खेत को नाइट्रोजन की भी मात्रा मिलेगी। किसानो को प्रस्तावित भ्रमण से वैज्ञानिक ढग से खेती करने की जानकारी मिलेगी। भ्रमण दल के संचालक संस्था सचिव उमेश चन्द्र शुक्ल ने कहा कि विश्वविद्यालय में किसानो को दलहन एवं तिलहन एवं फलो तथा सब्जियों के प्रसस्करण की तकनीक की जानकारी मिलेगी। एवं फसल अवशेष, घास फूस व सडे गले फूलों तथा सूखी पत्तियों से कम्पोस्ट व वर्मीकम्पोस्ट खाद बनाने की जानकारी मिलेगी जिससे किसान जैविक खाद खुद तैयार कर सकेगे। इस मौके पर जिला कृषि अधिकारी रवीकान्त सिंह व प्रगतिशील कृषक सलीमउद्दीन, राकेश पटेल, कृष्णपाल, सम्राट सिंह, जयनारायण वर्मा, भोला पाल, राम बरन, मनीष कुमार, बृजेन्द्र त्रिवेदी, राजेन्द्र बहादुर आदि रहे।
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