कानपुर नगर, हरिओम गुप्ता - दिन-प्रतिदिन शहर में जहां बदंरो का आतंक बढता जा रहा है वहीं इनकी संख्या भी बढती जा रही है और साथ ही बढ रही है लोगों की परेशानी। पिछली घटित घटनाओं में इन बन्दरों के कारण लोगों की जाने तक जा चुकी है, बावजूद इसके इस ओर नगर निगम कैटल कैचिंग दस्ते द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है।
वर्तमान में पूरे शहर में बंदरों का आंतक है। शहर के कई इलाकों में बंदरों के झुंड ने अपना अड्डा बना लिया है। गंगा किनारे सिविल लाइन, नवाबगंज, ग्वालटोली, कचेहरी, परमट के साथ चैक, बिराहाना रोड, भूंसा टोली, किदवई नगर, बाबू पुरवा सहित कई क्षेत्रों में लोग बंदरो के कारण परेशान हो रहे है। लोगों की माने तो वह घर के बाहर कोई सामान नही रख सकते है। कपडे नही सुखा सकते है और तो और बच्चे तक बाहर नही खेल पा रहे है। वहीं वन विभाग और नगर निगम के अधिकारी इन्हे पकडने के बचाये एक दूसरे के पाले में मामले को डालने में लगे है और इस समस्या से अपना पीछा छुटा रहे है। केहरी सहित सदर में व आस पास बंदरो को खौफ समाया है। यहां कार्यालयों में घुसकर बंदरों ने कई बार उत्पात मचाया है, सामान तोड दिया वहीं एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने नगर आयुक्त तक को इस समस्या से पत्र लिखकर अवगत कराया लेकिन अभी तक इस ओर कोई कार्यवाही नही हुई। कचेहरी परिसर में सैकडो की संख्या में बंदर है जो आपस में लडते है। यह कई बार आक्रामक भी हो उठते है यहीं हाल कानपुर स्टेशन का भी है। इन सार्वजनिक स्थानों पर लोग बंदरों से स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे है।
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