कानपुर नगर, हरिओम गुप्ता - कई प्रयासों के बावजूद भी कानपुर के सेंट्रल स्टेशन के गेट पर अतिक्रमण को हटाया नही जा सकता है। कई बार अभियान चलाकर यहां अतिक्रमकारियों को खदेडा गया लेकिन जीआरपी के लचर रवैये के कारण यहां दुबारा अतिक्रमण हो जाता है। कानपुर सेंट्रल के दो छोर है पहला कैंट साइड जहां से वीआईपी इंट्री होती है तो दूसरा शहर साइड, इस साइड पर यात्रिगण, व्यापारी स्टेशन में प्रवेश करते है। अधिकांश वह स्टेशन आने वाले यात्री शहर साइड से ही स्टेशन में प्रवेश करते है लेकिन यहां गेट पर भीषण अतिक्रमण से पहले उन्हे परेशान होना पडता है।
कानपुर सेंट्रल स्टेशन के शहर साइड मुख्य द्वार भीषण अतिक्रमण की चपेट में है। यहां बीच रास्ते में ठेले वालों ने अतिक्रमण कर रखा है। जीआरपी के लचर रवैये के कारण अतिक्रमण कारियों की संख्या बढती जा रही है साथ ही स्टेशन के परिसर में बनी पार्क के आस पास आॅटो, ईरिक्शा, रिक्शा वालो ने कब्जा कर रखा है। स्टेशन आने वाले यात्रियों के सामने अतिक्रमण ही एक समस्या नही है उन्हे गेट से लेकर प्लेटफार्म तक पहुंचने के लिए गंदगी, जल भराव, आवारा जानवर और अतिक्रमण की समस्या से जूझना पडता है। घटांघर चैराहे के चारो ओर भीषण अतिक्रमण है जो पुलिस के संरक्षण में फल-फूल रहा है। चैराहे से स्टेशन की ओर चलते ही फुटपाथ पर बने अवैध चाय के होटल, खाने पीने की दुकाने, ठेले, बीच रोड पर लगी दुकानो के कारण यह मार्ग संकुचित होता जा रहा है। उस पर आटो, रिक्शा की जमावडा और परेशानी पैदा करता है। इस सम्बन्ध में डायरेक्टर का रटा-रटाया जवाब होता है कि समस्या उनके संज्ञान में है और जल्द ही अतिक्रमण को हटाया जायेगा, लेकिन आज तक अतिक्रमण नही हट सका।

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