फतेहपुर, शमशाद खान । अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के आहवान पर उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सभी घटक दलों ने चार सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल नहर कालोनी परिसर में शुरू कर दी। पदाधिकारियों ने आवाज उठायी कि सभी मांगों को शीघ्र पूरा किया जाये। नही तो आगामी दिनों में बड़ा आन्दोलन किया जायेगा।
राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष काली शंकर श्रीवास्तव की अगुवई में सभी घटक दलों के पदाधिकारियों ने नहर कालोनी परिसर में दो दिवसीय हड़ताल शुरू की। हड़ताली कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि राज्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर काफी समय से आवाज उठाते चले आ रहे हैं। लेकिन शासन द्वारा उनकी मांगे पूरी नहीं की जा रही हैं। जिसके चलते उन्हें दो दिवसीय हड़ताल शुरू करनी पड़ी। मंाग उठायी कि पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाये, सातवें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन 26000 किया जाये, संविदा व आउटसोर्सिंग व्यवस्था बंद की जाये। संविदा व आउटसोर्सिंग स्कीम वर्करों जैसे आंगनबाड़ी कार्यकत्री, संगिनी, रसोइयां, महिला कार्यकत्री आदि को केन्द्र व राज्य कर्मचारियों की भांति न्यूनतम वेतन दिया जाये तथा नियमित किया जाये, चिकित्सा प्रतिपूर्ति सम्बन्धी पच्चीस अक्टूबर 2018 को जारी शासनादेश वापस लिया जाये। वक्ताओं ने कहा कि यदि मांगे पूरी नहीं की गयी तो आने वाले दिनों से बड़ा आन्दोलन किया जायेगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन की होगी। इस मौके पर जिला मंत्री मनोज कुमार वर्मा, सर्वेश कुमार, रानी पटेल सहित बड़ी संख्या में राज्य कर्मचारी मौजूद रहे।
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