AMJA BHARAT एक वेब न्‍यूज चैनल है जिसे कम्‍प्‍यूटर, लैपटाप, इन्‍टरनेट टीवी, मोबाइल फोन, टैबलेट इत्‍यादी पर देखा जा सकता है। पर्यावरण सुरक्षा के लिये कागज़ बचायें, समाचार वेब मीडिया पर पढें

शुक्रवार, 28 अप्रैल 2017

योगी सरकार मे भी अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है

फतेहपुर, शमशाद खान । गंगा किनारे बसे गांवों में खनन माफियाओं ने गंगा की कोख खाली कर पीली मिटटी व सफेद बालू का कारोबार योगी सरकार की हनक के चलते कुछ तो कम हुआ है। मगर पूरी तरह से बन्द नही दिखाई पड रहा हैं कुछ खनन के कारोबारी अपनी ऊची पहुंच के चलते सरकार द्वारा जारी परमिट के तहत अपने कारोबार मे ंकही कोई भी कमी नही दिखाई पड़ रही इस काम में खनन विभाग व पुलिस प्रशासन परमिट का हवाला देकर रटी रटाई बात करता है। जब इस सम्बंध में खनन विभाग व पुलिस से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मानक के अनुसार काम कर रहे है। समय समय पर जांच होती रहती हैं खनन के कार्य करने वाले खनन माफिया दिन में तो मानक के रहक काम करते है। लेकिन जैसे ही शाम ढलती है। बड़ी जेसीबीओ से गंगा किनारे बसे गांवों से पीली मिटटी निकाल कर ट्रैक्टर व डम्पर में भरकर भटटों व फैक्टरी निर्माणाधीन फैक्टरीयो मे मनमानी ढंग से पैसा लेकर बेचने का काम किया जा रहा है। खनन माफियाओं की ऊंची पहुंच के चलते कोई खुलकर शिकायत करने को तैयार नही है। खनन माफियाओं ने जारी परमिट दिखाकर गंगा किनारे बसे गांव की कोख खाली कर मानक को तारतार किया यह कारेाबार औंग थाना क्षेत्र व कल्याणपुर थानाक्षेत्र दो तीन जगह ही चल रहा हैं खनन माफियाओं के मानक के पोल उस दौरान खुलती नजर आई जब एक खनन माफिया ने थानाध्यक्षयाओं को औंग 30 हजार देने का आडियों वायरल हो जाने पर पुलिस कप्तान ने मामले को गंम्भीरता से लेकर एसो को निलंबित कर दिया था। तभी से क्षेत्र वासियों को खनन माफियाओं के कार्य पर सवाल खड़े कर दिये है। अब देखना है कि खनन माफियाओं के मानक पर योगी सरकार किस तरह से लगाम लगाती हैं विजय बहादुर भाउपुर ने बताया कि इन खनन माफियाओं ने ओवर लोड मिटटी लाद कर हमारे गांव की सड़क को तोड़कर जर्जर दिया जिससे लोगों को आवा जाही में परेशानियों का सामना करना पड रहा है। अब देखना है कि इस जर्जर सड़क को खनन माफिया बनायेंगे या सरकार रामनाथ जैतीखेड़ा व रामगोपाल ने बताया कि इन खनन माफियाओं ने केवल खेत मालिकानों को मुह मागी रकम देकर केवल उनका भला किया हम गांव वालों को परेशानी के शिवा कुछ नही मिला। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Advertisement

Advertisement

लोकप्रिय पोस्ट