कानपुर नगर, संवाददाता । 15 दिसम्बर 2018 तक सभी नालो की टैपिंग कार्य प्रत्येक स्थिति में करा दिया जाये , औधोगिक एवं नगरीय कचरा गंगा में नही गिरना चाहिए । इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है इससे लगने वाले वायु प्रदूषण से बचाव होंगा, जो पर्यावरण संरक्षण हेतु आवश्यक है, कानपुर नगर को प्रदेश का प्रथम ओडीएफ नगर घोषित होने की नई उपलब्धि पर उन्होंने नगर वासियों को बधाई दी । बीमारियों के बढ़ने का मुख्य कारण नदियों का जल प्रदूषण है इसके लिए हमें गंगा को स्वच्छ निर्मल व अविरल बनाने के लिए गंगा हरितिमा अभियान के अंतर्गत प्लास्टिक एवं प्रदूषण मुक्त नदियों को बनाना है इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी है ।प्रकृति के संतुलन में सभी जीव जंतुओं का सन्तुलित होना आवश्यक है नही तो किसी दैवी आपदा से गुजरना पड़ता है इसके लिए आवश्यक है कि पर्यावरण को संरक्षित एवं सन्तुलित रखने के लिए व्यक्ति एक व्रक्ष अवश्य लगाये अपने अतीत के गौरव शाली इतिहास को सजोने के लिए कानपुर जिला प्रशासन ने कानपुर की काफी टेबल बुक कानपुर सुनहरा- अतीत उन्नत भविष्य नामक बुक का विमोचन किया । अगर नदिया प्रदूषण से प्रभावित होती है तो हमारी सभ्यता एवं संस्कृति पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा क्योकि प्राचिन समय में हमारी सभ्यता नदियों के ही किनारे ही बसती थी ।
उक्त उदगार आज मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर निर्मल गंगा - अविरल गंगा बनाने हेतु प्लास्टिक मुक्त नदिया विषय वस्तु पर आधारित गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कानपुर विश्व विद्यालय के आडिटोरियल में व्यक्त किये ।इस अवसर पर आयोजित कार्य्रकम में माननीय मुख्यमंत्री जी ने वृक्षारोपण कर शुभारम्भ किया तथा नगर निगम के स्वच्छता एटीएम का शुभारंभ किया । मुख्यमंत्री जी ने चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया । मुख्यमंत्री जी ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिये वन विभाग द्वारा व्रक्षारोपन के साथ कई अभिवन प्रयास प्रारम्भ किया है जिसमें यूको टूरिज्म को आगे बढाने का कार्य किया जा रहा है ।गन्दगी का मूल कारण प्लास्टिक है यह प्लास्टिक पर्यावरण के लिए एक समस्या व संकट है हम सबको मिल कर इस गम्भीर समस्या से निपटना है इसके लिए गंगा हरितिमा अभियान के तहत गंगा के दोनों तटो पर सघन वृक्षारोपण करना है इसके लिए सम्बंधित विभाग प्रभावी कार्यवाही के लिए तैयार है ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गंगा मईया को प्रदूषण से बचाने के लिए किसी भी प्रकार की गन्दगी एवं प्रदूषित जल अब गंगा में नही जाने पाये । टेंनरियो के प्रदूषित जल गंगा में न जाये इसके लिए सीटीपी लगाई जाये ।उन्होंने ने कहा कि गेहूं धान आदि फसलों का उत्पादन बढ़ा है और इस वर्ष 46 लाख मैट्रिक टन गेंहू खरीद हुई है ।उन्होंने कहा कि खेतो में आवारा पशुओं से अपनी फसलों को बचाने के लिए गाय के गोबर का प्रयोग करे इसकी सफलता हेतु वैज्ञानिक इसका अध्ययन करें।
कार्य्रकम में उन्होंने शिक्षा ग्रह पर आधारित शाट फ़िल्म देखा तथा शिक्षा गृह कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित मेधावी छात्रों तथा आदर्श शिक्षकों को सम्मानित किया । उन्होंने गंगा सेवको तथा चित्र कला प्रतियोगिता के बच्चों को भी पुरस्कृत किया ।
गोष्ठी में नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जनपद कानपुर नगर स्वच्छता कार्यक्रम के अंतर्गत खुले में शौच मुक्त हुआ है यह एक उल्लेखनीय कार्य है उन्होंने बताया कि गाजियाबाद के साथ साथ तीन स्थानीय निकायों को भी ओडीएफघोषित किया गया है ।वातावरण को संतुलित रखने के लिए सभी लोग एक पेड़ आवश्य लगाये एवं पर्यावरण सन्तुलन में रखने में आवश्यक सहयोग करें।
इस अवसर पर दारा सिंह चौहान वन एवं पर्यावरण मंत्री ने ने कहा कि प्रदेश के औधोगिक नगरी को स्वच्छ बनाने के लिये प्लास्टिक मुक्त नदिया एवं प्लस्टिक मुक्त शहर बनाना होगा ।प्रदूषण से कैसे मुक्ति मिल इस सम्बंध में दुनिया चिन्तित है प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्रक्षारोपन रोपण आवशयक है अपने बच्चों , पत्नी तथा पूर्वजो के नाम से पेड़ आवश्य लगाये ।
इस अवसर पर राज्य मंत्री जल पर्यावरण जन्तु उद्यान श्री उपेंद्र तिवारी , महापौर प्रमिला पाण्डेय, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, सासंद श्रीमती अंजू बाला, एलएलसी श्री अरुण पाठक, विधायक अभिजीत सिंह सांगा, महेश त्रिवेदी, श्रीमती नीलिमा कटियार एवंअन्य जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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