सीएमओ सोमवार को बातचीत के लिए बुलाया
बांदा, कृपाशंकर दुबे । संविदा समाप्त करने के पहले न तो किसी प्रकार की नोटिस दी गई और ना ही किसी तरह की सूचना से ही अवगत कराया गया। इसके साथ ही 10 माह का मानदेय भी नहीं दिया गया। इस कारण स्टाफ नर्सों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को तीसरे दिन भी ट्रामा सेंटर में स्टाफ नर्सों का धरना जारी रहा। सोमवार को सीएमओ डा. संतोष कुमार ने बातचीत के लिए स्टाफ नर्सों को अपने कार्यालय बुलाया है।
ट्रामा सेंटर में धरने पर बैठीं स्टाफ नर्सें |
बीते अप्रैल महीने में 35 स्टाफ नर्सों की संविदा को समाप्त कर दिया गया था। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. किशोरी लाल स्टाफ नर्सों को आश्वासन दिया था कि उनकी संविदा अवधि समाप्त होगी। उनकी बातचीत भी हो चुकी है। आश्वासन पर सभी 35 स्टाफ नर्स अपने काम को लगातार अंजाम देती रहीं। लेकिन बाद में 10 माह का मानदेय नहीं मिला तो स्टाफ नर्स ने काम बंद कर दिया और धरने पर बैठ गए। रविवार को दूसरे दिन भी स्टाफ नर्सों ने धरना दिया। स्टाफ नर्सों में शिवानी पाल, सीमा सिंह, पूनम शर्मा, पूजा सिंह, संगीता, मंजू वर्मा, रुखसार, वर्षा शुक्ला आदि का कहना है कि सीएमओ डा. संतोष कुमार ने सोमवार को बातचीत के लिए बुलाया है। सीएमओ से मुलाकात के बाद अगली रणनीति तैयार की जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें