कानपुर नगर, हरिओम गुप्ता - बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में श्रीराम चरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलदास जयन्ती समारोह मनाया गया, जिमसें मुख्य अतिथि ब्रम्हावर्त सनातन धर्म महामण्डल के संयुक्त मंत्री योगेन्द्र नाथ भार्गवने कहा कि आप सबके जीवन में जब प्रतिकूल परिस्थितियां आये तो धैर्य रखें और और परिस्थितयों को अपने अनुकूल बना ले।
उन्होने कहा कि तुलसीदास रामजी के भक्त थे लेकिन उनमें अहंकार नही था। वहीं बताया कि हनुमान जी को जो कार्य सौंपा गया, उन्होने उस कार्य को तन्यमता से किया, मन से किया और सदैव सफल रहे। कहा विवेक और बुद्धि से जीवन में असयी कठिनाईयों का सामना करे और सफल होकर दिखाये। तुलसीदास को अपनी सिद्धियों का कोई बोध ही नही था, उनका एकमात्र लक्ष्य श्रीराम चरित्र कथामृत का सुन्दर शब्दों में वर्णन करना थ जिसमें वह सफल हुए। तुलसीदास कृत रामचरित मनास के राम है तथा उनका नाम इसके साथ जुड गया।। वह मानस और राम परस्पर पर्याय बन गये। अतिथियों का परियन विधालय के निदेशक डा0 अंगद सिंह ने कराया। आयुषी मिरा, संकल्प याद, प्रिन्स दीक्षित ने मानस चैपाइयों तथा आकृति के भजन ने वातावरण को भक्तिमय कर दिया। इस अवसर पर संस्थान की प्रधानाचार्या डा0 ममता तिवारी, मंजू शुक्ला आदि उपस्थित रहें।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें