AMJA BHARAT एक वेब न्‍यूज चैनल है जिसे कम्‍प्‍यूटर, लैपटाप, इन्‍टरनेट टीवी, मोबाइल फोन, टैबलेट इत्‍यादी पर देखा जा सकता है। पर्यावरण सुरक्षा के लिये कागज़ बचायें, समाचार वेब मीडिया पर पढें

मंगलवार, 9 अप्रैल 2019

मानस कथा जीवन का दर्पण है - युवराज स्वामी

चित्रकूट, ललित किशोर त्रिपाठी । श्री रघुवीर मंदिर ट्रस्ट बडी गुफा जानकीकुण्ड चित्रकूट में परमपूज्य रणछोडदास जी महाराज एवं भगवान कामतानाथ के सानिघ्य में रामचरित मानस का ज्ञान रूपी यज्ञ हो रहा है। कथा के चैथे दिन कथावाचक युवराज स्वामी महाराज श्री बद्रीप्रपन्नाचार्य जी महाराज ने बताया कि इस संसार में सभी को षांति चाहिये जो बिना राम के नहीं मिल सकती क्यों कि षांति सीता का स्वरूप है। जो राम के बिना षांति पाने का प्रयास करते हैं वो हमेषा असफल रहते हैं। जिस प्रकार रावण ने राम के बिना सीता रूपी षांति को पाने का प्रयास किया फिर भी उसे षांति नहीं मिली और हनुमान जी महाराज राम को हृदय में बैठाकर सीता जी की खोज में निकले और सीता जी को खोज निकाला क्यों कि भगवान राम उनके साथ थे। जिसे षांति मिल जाती है उसके जीवन में सुख ही सुख रहता है। उन्होने बताया कि भगवान को हृदय को बैठाने के दो ही मार्ग हैं पहला नेत्र का मार्ग और दूसरा कर्ण का मार्ग। अयोध्या और मिथला के लोगों को भगवान को साक्षात देखने का सौभाग्य मिला उन्होने नेत्र के मार्ग से भगवान राम को हृदय में बैठाया लेकिन जिन लोगों को देखने का सौभाग्य नहीं मिला उन्होने रामचरित मानस कथा के माध्यम से भगवान के चरित्र का गुणगान सुनकर कान के मार्ग से हृदय में बैठाया जिस प्रकार राजा का राज्य चाहे जितना बडा हो लेकिन उसकी राजधानी एक ही होती है उसी प्रकार पूरे जगत में परमात्मा की सत्ता है लेकिन उसकी राजधानी हमारे हृदय हैं। हमारा हृदय भगवान की राजधानी तभी बन सकता है जब हम अपने हृदय से सभी विकारो को दूर कर पवित्र रखेंगे। महाराज जी ने बताया कि यह मानस कथा वह कथा है जिसकी महिमा सुनने मात्र से मनुुश्य को विश्राम मिलता है, बुद्धि को षांति मिलती है। ''रामचरित मानस यही नामा, सुनत श्रवण पाइये विश्रामा''। युवराज स्वामी महाराज ने बताया कि मानस की कथा हमारे जीवन का दर्पण है जो जीवन की सच्चाई बताता है। यह ऐंसा दर्पण है जो वर्तमान में हमारी स्थिति को दर्षाता है, हमें हमारी कमियां बताकर उसे सुधारने का अवसर प्रदान करता है। चरित्र की कसौटी का नाम राम है जो वर्तमान में बहुत ही आवष्यक है। रामनवमीं के षुभ दिनों में कथा के माध्यम से हम सब को चरित्र सुधारने का अवसर मिल रहा है जिसका लाभ सभी श्रद्धालु उठायें।  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Advertisement

Advertisement

लोकप्रिय पोस्ट