श्रावण मास अमावस्या मेला की अधिकारियों को सौपी जिम्मेदारी
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिलाधिकारी शेषमणि पाण्डेय की अध्यक्षता में श्रावण मास की अमावस्या मेला सकुशल, शांतिपूर्ण सम्पन्न कराये जानंे को विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि श्रावण मास में अमावस्या एक अगस्त को पड़ रही है। जिसका मेला 31 जुलाई से ही प्रारम्भ होकर दो अगस्त तक चलेगा। लगभग छह से सात लाख तक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। उन्होंने अधिकारियो से कहा कि अमावस्या मेला को सकुशल सम्पन्न कराने तथा शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखा जाये। उन्होंने उप जिलाधिकारी कर्वी को निर्देश दिये कि परिक्रमा मार्ग को मेला के पूर्व चेक करें और परिक्रमा मार्ग पर पड़े पत्थरों को हटवायें। श्रद्वालुओं को किसी प्रकार की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होेंने क्षेत्रीय प्रबन्धक राज्य सड़क परिवहन अधिकारी से कहा कि कोई भी श्रद्वालु बस की छत पर नही बैठना चाहिए। कहा कि बाढ़ की सम्भावना के चलते पूरी तैयारी रखें। रामघाट मंदाकिनी नदी में जल बैरीकेटिंग, जंजीर की व्यवस्था, गैस ट्यूब व डूबने से बचाव वाले उपकरण, गोताखोर नाव की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये। विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर किसी प्रकार की समस्या न हो। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये कि साफ-सफाई के इंतजाम करें। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से कहा कि एम्बुलेंस और डाक्टरों की टीम लगायी जाये। जल संस्थान से मेला अवधि के दौरान समुचित जलापूर्ति की व्यवस्था हो। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका एवं अभिहित अधिकारी खाद्य को निर्देश दिये कि परिक्रमा मार्ग पर दरी व चादरें बिछाकर व्यापार करने पर रोक लगायें। खाद्य पदार्थों की जांच की जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन अधिकारियों को जो जिम्मेदारियां सौंपी गयी है मेला प्रारम्भ होने से पूर्व सुनिश्चित कर ली जाये। बैठक में संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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