संविदा बहाली के साथ ही 10 माह का वेतन दिलाने की मांग
शाम को सीएमओ से मुलाकात कर देंगी ज्ञापन
बांदा, कृपाशंकर दुबे । बिना किसी नोटिस या सूचना के संविदा समाप्त कर दिए जाने के बाद बेरोजगार हुईं 35 स्टाफ नर्सों ने शनिवार को दूसरे दिन भी ट्रामा सेंटर में धरना दिया। नर्सों का कहना है कि उनका 10 माह का बकाया वेतन दिलाए जाने के साथ ही संविदा बहाल की जाए, ताकि वह अपने परिवार का भरण पोषण कर सके। संविदा खत्म करने को नर्सों ने मनमानी करार दिया। नर्सों का कहना है कि शाम को वह कार्यालय जाकर सीएमओ से करेंगी और ज्ञापन सौंपते हुए संविदा बहाली की मांग करेंगी।
ट्रामा सेंटर में स्टाफ नर्सों के साथ धरने पर बैठे सपा जिलाध्यक्ष शमीम बांदवी |
शनिवार की सुबह बेरोजगार हुईं सीएचसी, पीएचसी और जिला अस्पताल की स्टाफ नर्सों ने ट्रामा सेंटर में धरना दिया। नर्सों का कहना है कि बिना किसी सूचना और नोटिस के उनकी संविदा खत्म कर दी गई। यह सरासर मनमानी है। साथ ही यह भी कहा कि 10 माह का वेतन नहीं दिया गया है, जिससे उनका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। स्टाफ नर्सों ने कहा कि शनिवार की शाम को वह सीएमओ कार्यालय जाकर मुख्य चिकित्साधिकारी को अपना दुखड़ा सुनाते हुए ज्ञापन सौंपेंगी और कार्रवाई की मांग करेंगी। गौरतलब हो कि शुक्रवार को कार्यालय में सीएमएस डा. किशोरीलाल का घेराव किया था। इस पर सीएमएस ने कुछ भी कर पाने में असमर्थता जाहिर की थी। बुधवार के दिन जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। शनिवार सुबह ट्रामा सेंटर में धरना प्रदर्शन के दौरान स्टाफ नर्सें शिवानी पाल, पूनम शर्मा, सीमा सिंह, विकास पाल, पूजा सिंह, मंजू वर्मा, संगीता, रुकसार शर्मिला, संगीता सिंह, कंचन, वर्षा शुक्ला, प्रतिक्षा सैनी, अलका तिवारी, आरती आदि मौजूद रहीं।
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