AMJA BHARAT एक वेब न्‍यूज चैनल है जिसे कम्‍प्‍यूटर, लैपटाप, इन्‍टरनेट टीवी, मोबाइल फोन, टैबलेट इत्‍यादी पर देखा जा सकता है। पर्यावरण सुरक्षा के लिये कागज़ बचायें, समाचार वेब मीडिया पर पढें

शुक्रवार, 7 जुलाई 2017

मौसम परिवर्तन के साथ बीमारियों का हमला, अस्पतालों में रोगियों की भीड

फतेहपुर, शमशाद खान । मौसम में आयी तब्दीली के साथ वायरसजनित बीमारियों का हमला भी तेज हो गया है। सर्दी जुकाम के साथ-साथ वायरल फीवर एवं मलेरिया के रोगी बढ़ने लगे है। जिला अस्पताल सहित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उमड़ रही मरीजों की भीड़ वस्तुस्थिति को स्वतः स्पष्ट कर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति संतोषजनक नहीं है। चिकित्सकों के नियमित डयूटी पर न आने से मरीजों को जहां भटकना पड़ता है वहीं प्राइवेट इलाज कराना मजबूरी बना है। ऐसे में प्राइवेट चिकित्सकों की चांदी है। बारिश शुरू होते ही मौसम में जिस तरह से तब्दीली आयी है उससे डायरिया का प्रकोप तो कम हो गया है लेकिन वायरल फीवर सहित डेंगू और मलेरिया की आशंका बढ़ गयी है। अस्पताल में वायरल फीवर सहित मलेरिया के रोगियों की संख्या में इजाफा हुआ हैं रोजना लगभग 8 सौ मरीजों का जिला अस्पताल में पंजीकरण हो रहा हैं जिनमें से ज्यादातर सर्दी जुकाम, बुखार मलेरिया के मरीज निकल रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय स्थिति के चलते मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। सबसे अधिक दिक्कत चिकित्सकों का मनमाना रवैया है। सीएमओं आफिस से सांठगांठ होने के चलते दर्जनों चिकित्सक महीने में कुछ दिन ही डयूटी पर आते है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात चिकित्सकों की मनमानी लोगों पर भारी पड़ रही है। साथ ही मौसम के अनुरूप दवाओं की उपलब्धता में कमी भी व्यवस्था को बाधित कर रही है गिनी-चुनी दवाओं के सहारे इलाज सेहत में सुधार नहीं हो रहा। चिकित्सकों की माने तो मौजूदा बारिश के मौसम में खान-पान के अलावा मच्छरजनित बीमारियों से सावधान रहने की जरूरत हैं ऐसे मौसम में ताजा भोजन एवं साफ पानी का इस्तेमाल किया जाये। घर के आस-पास गंदा पानी एकत्र होने पर मलेरिया व डेंगू का खतरा रहता है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Advertisement

Advertisement

लोकप्रिय पोस्ट