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शुक्रवार, 7 जुलाई 2017

बेपटरी शहर की यातायात व्यवस्था से लोग जाम में फसने को मजबूर

फतेहपुर, शमशाद खान । शहर में ट्राफिक व्यवस्था पूरे तरीके से धड़ाम हो गयी है। ट्राफिक के जवान पिकेट प्वाइट पर नहीं दिखते इतना ही नहीं एकाएक बढ़ी ई-रिक्शा की आमद से जहां नाबालिंग चालकों द्वारा वाहन मनमानी ढंग से चलाया जाता है। वहीं बेतरतीबी से खडे ई-रिक्शा से प्रायः शहरवासियों को जाम के झाम से जुझना पड़ता है। बताया जाता है कि इन ई-रिक्शाओं का कोई भी रजिस्टेशन नहीं होता है। जिसके चलते दिनोदिन लोगों रूझान इसकी तरफ बढ़ता जा रहा हैं यही नहीं आॅटो एवं ई-रिक्शा संचालकों से पुलिस की मिलीभगत से कई स्थानों पर की जा रही अवैध वसूली भी पिछले काफी समय से चर्चा का विषय बनी हुयी है। बतातें चले कि पूर्व में महानगरों से विक्रम व टैम्पों को हटाये जाने का सिलसिला शुरू होने के बाद शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिये बड़ी संख्या में भगाये गये विक्रमों की आमद हुयी थी। जिसके कुछ समय बाद बैट्री चलित ई-रिक्शा की एकाएक बढी आमद व मनमाने ढंग से नाबालिग चालकों द्वारा संचालित ई-रिक्शा से शहरवासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ई-रिक्शा चालकों द्वारा जहां अपने वाहनों को बैतरतीबी से खड़ा किया जाना आम बात हो गयी है। वही सवारियां देखते ही इन चालकों द्वारा वाहन जहां के तहां खड़े करने के बाद पीछे चल रहे वाहन को यह तो अचानक बे्रक लगानी पड़ती है। यह फिर वह दुर्घटना का भी शिकार हो जाता है। अभी पूर्व में मनमाने ढंग से चालक द्वारा चलाये जा रहे ई-रिक्शा व सवारिया देखते ही अचानक ब्रेक लगाने के बाद पीरनपुर मोहल्ले में एक बाइक सवार दुर्घटना का शिकार होने के बाद गंभीरूप से घायल हो गया था। ऐसा ही एक मामला शहर क्षेंत्र के रेल बाजार मोहल्ले का प्रकाश में आया जब विगत दिनों देर रात अपना ई-रिक्शा बैंक कर रहे एक चालक ने दरोगा की बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। जिससे वह भी घायल हो गया। विश्रसनीय सूत्रों की माने तो इन बैट्री चलित ई-रिक्शा का न ही रजिस्ट्रेशन होता है न ही कोई टैक्स जिसके चलते दिनोदिन लोगो ंका रूझान इन ई-रिक्शाओं की तरफ बढ़ने के चलते दिन प्रतिदिन शहर में इनकी आमद बढ़ती चली जा रही है। इतना ही नहीं रिक्शा चालकों द्वारा गली कूचों में भी रिक्शे ले जाने से गलियों में भी जाम की स्थिति उत्पत्र हो जाती है। इन ई-रिक्शाओं को बेरोक टोक नाबालिग चालक भी चलाते हुए देखे जा सकते है। इस और सम्बन्धित विभाग द्वारा ठोस कदम न उठाये जाने के चलते रिक्शा संचालक अपनी मनमानी करने से बाज नही आते शहर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को चुस्त एवं दुरूस्त बनाये जाने की जिम्मेदारी ट्राफिक जवानों को हैं इसके लिये बकायदे आधा दर्जन से अधिक पिकेट प्वाइट बनाये गये हैं लेकिन इन पिकेट प्वाइंटो में ट्राफिक जवान किसी वीआईपी के आने पर ही दिखाई पड़ते है। हालात ऐसे बनते जा रहे है। कि शहर में जगह-जगह को स्थितियां लगातार बनती जा रही है। 

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