फतेहपुर, शमशाद खान । लगभग दस दिनों से हर दिन हो रही बारिश की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो वहीं कच्चे मकानों का ढहने का सिलसिला जारी है और खेतों मे जरूरत का पानी मिलने से किसान भी खुश है बीती रात हुयी झमाझम बारिश से कई प्राथमिक स्कूलों की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। बच्चे घर से स्कूल के लिए तो निकले लेकिन स्कूलों मे प्रवेश करने के लिए हांथों मे चप्पल लेकर पानी से गुजरना पड़ा।
जुलाई माह की शुरूआत से ही मानसून की शुरूआत हो गयी थी जिसके बाद से लगातार रूक रूककर हो रही बारिश से जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली तो वहीं किसान भी अपने खेतों मे पर्याप्त पानी देखकर खुश है लेकिन लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लोगों को घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है। जरूरतमंद किसी तरह से छाता व रेन कोट का इस्तेमाल कर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। रूक रूककर हो रही बारिश गरीब लोगों के लिए मुसीबत बन गयी है। शहर और ग्रामीण आंचलों मे बने गरीबों के कच्चे आशियाने भी ढहने का सिलसिला जारी है। कच्चे मकान ढहने से अब तक कई लोगों की जान भी जा चुकी है। लगातार हो रही बारिश गरीबों के लिए मुशीबत बनी है रोज कमाने खाने वालों लोगों के आगे सबसे ज्यादा परेशानी बन गयी है। बारिश की वजह से कोई काम नहीं कर पा रहे हैं वहीं प्राथमिक विद्यालयों मे पढ़ने वाले बच्चों के लिए भी बड़ी मुसीबत बनी हुयी है। शहर क्षेत्र के कई प्राथमिक विद्यालयों मे पानी भरे होने की वजह से बच्चों को अपने हांथों मे चप्पल लेकर पानी से गुजरना पड़ रहा है ऐसा ही मामला शहर क्षेत्र के खेलदार मोहल्ला स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय (नार्मल स्कूल) मे देखने को मिला यहां तो बच्चे अपने घरों से पढ़ने के लिए स्कूल गये थे लेकिन जब बच्चे स्कूल के द्वार पर पहुंचे तो उन्हें विद्यालय के अन्दर प्रवेश करना मुसीबत का सामना कर पानी से गुजरकर जाना पड़ा।
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