बिजनौर।, संजय सक्सेना। जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय ने कहा कि संचारी रोगों तथा डेंगू और मलेरिया बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनका त्वरित एवं सही उपचार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके लिए अंतर्विभागीय सहयोग से संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए संचारी रोग नियंत्रण अभियान 01 जुलाई से 31 जुलाई तक चलाया जा रहा है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान को पूर्ण मानक और निष्ठा के साथ संचालित करना सुनिश्चित करें ताकि अधिक से अधिक लोगों के जीवन की सुरक्षा की जा सके।
जिलाधिकारी रमाकांत पाण्डेय कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत संचारी रोग नियंत्रण अभियान- द्वितीय चरण को सफलतापूर्वक संचालित करने के उद्देश्य से चतुर्थ अंतर्विभागीय समन्वय समीक्षात्मक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विभिन्न समस्याओं के साथ-साथ संचारी एवं वैक्टर रोग हमारे लिए एक चुनौती के रूप में उभरे हैं। उन्होंने दृढ़ता के साथ कहा कि हमने इस चुनौती को स्वीकार किया है और इस पर विजय प्राप्त करने के लिए अंर्तविभागीय समन्वय के साथ कार्य योजना तैयार की गई है, जिसके अंतर्गत कुल 12 विभाग जैसे- स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायत, महिला एंव बाल विकास, नगर निकाय सहित अन्य संबंधित विभागों को शामिल किया गया है, जो आपस में सामंजस्य स्थापित कर परस्पर सहयोग करते हुए एक टीम के रूप में कार्य कर इस अभियान को शत प्रतिशत रूप से सफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं, बनाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि जिले से संचारी रोगों जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोगों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हो सके।
इस अवसर पर संचारी रोग एवं वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी ब्रज भूषण ने बैठक का संचालन करते हुए विस्तार से संचारी रोगो से बचाव एवं सुरक्षा के उपाय के साथ अभियान के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एव प्रगति की जानकारी उपलब्ध कराई।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समस्त एमओआईसी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों के अलावा महिला एवं बाल कल्याण सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
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