कानपुर नगर, हरिओम गुप्ता - यूं तो पूरा शहर गंदगी की चपेट में है, समय पर न ही सफाई हो रही है और न ही कूडे का उठान हो रहा है। ज्यादा बदतर हालत शहर के दक्षिण में कूडे के ढेर लगे है। जगह-जगह गंदगी के कारण लोगों का निकलना दूभर हो गया है। एक आंकडे के अनुसार दक्षिण में दो सौ मैट्रिक टन कूडा नही उठ पारहा है।
विभाग दांवे चाहे कुछ भी करे लेकिन सफाई को लेकर उसकी पोल खालने के लिए सडक की सडके ही काफी है। सफाई को लेकर भले ही प्रधानमंत्री सजग हो लेकिन विभागीय अधिकारी कतई जागरूक नही है और न ही इसके लिए कठोर कार्यवाही की जा रही है। आज दक्षिण क्षेत्र के हालात बहुत ही खराब है। वैसे तो कूडा उठाने के लिए नगर निगम के पास संसाधनों की कभी नही है लेकिन समय पर कूडा उठान न होने के कारण जगह जगह कूडे के ढेर लगे हुए है। सडकों पर और गलियो में कूडे के ढेर लगे हुए है जिससे लोग परेशान है वहीं बीमारियां फैलने का भी खतरा बना हुआ है। नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है और गाडियों पर बिना ढके कूडा ले जाया जा रहा है जो हवा के साथ रास्ते ंमें बिखरता है, जबकि नियम है कि कूडे को तिरपाल से ढक कर ले जाया जा सके। लोगों का कहना है कि कूडा तो रोजाना निकला है लेकिन समय से उठान न होने के कारण ढेर लग जाता है और फिर यही कूडा सडकों पर बिखरता है।
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